New Jaan Shayari in Hindi 2025 | मेरी जान हो तुम शायरी 2 line

 New Jaan Shayari in Hindi 2025 | मेरी जान हो तुम शायरी 2 line 



उनकी चाहत में हम कुछ यूँ बंधे हैं 
कि वो साथ भी नहीं और हम अकेले भी नहीं


ना कम होगा और ना खत्म होगा,
ये प्यार है मेरी जान हर पल होगा !





थोड़े गुस्से वाले थोड़े नादाँ हो तुम,
लेकिन जैसे भी हो मेरी जान हो तुम 


इशक के दरद ही कुछ ऐसे हैं…
लोग जान दे देते हैं मगर इंतजार नहीं करते





आई लव यू मेरी जान। हम तो  
तुम्हारे ही ख्यालों में खोये रहते हैं



उनसे प्यार थोड़ी है जो धोखा दूंगा, 
उनसे से इश्क़ है जान दूंगा







दिल भी फ़रेबी मेरी जान भी फ़रेबी 
न ये जान जाती है न ये दिल लौट कर आता है



दूर होते हुए भी इतने पास हो तुम,
ये जान लो मेरी जान मेरी जान हो तुम



मोहब्बत करने वाले आँखें पढ़ लेते हैं 
तुम जान नहीं पायी की मेरी जान हो तुम। 



दुनिया जिसे जान कहती है, 
उसे मैं तुम्हारे नाम से जानता हूँ




जिसे हम जान कहते थे, उसने हमारी
 जान के अलावा सब कुछ ले लिया



जब हम अपनी जान की जान होते हैं,
तब हम सातवे आसमान पर होते हैं !




लगता है उसकी ख़ुद से ही पहचान नहीं है
अब कहने लगी है के वो मेरी जान नहीं है



ज़िंदगी में एक दोस्त तो ऐसा होना ही चाहिए, 
जो जान दे और जान ले कर प्यार करता हो





मौत ही इंसान की दुश्मन नहीं
जिंदगी भी जान लेकर जाएगी



पत्थर ना समझ मेरी जान, तुम्हारी 
हर बात का दिल पे असर होता है




कह के आ गए उनसे कि जी लेंगे तुम्हारे बिन
उनके जुदा होते ही मेरी जान पर बन आई है



ख़ुदा जाने कौन सी कसर रह गई थी तुम्हे चाहने में.!
तुम जान ही नहीं पाई की मेरी जान हो तुम






कभी अंजान बन कर मिले थे
कब मेरी जान बन गये पता ही नही चला



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