Top Best Army Shayari in Hindi 2025 | Indian Army Shayari

 

Top Best Army Shayari in Hindi | Indian Army Shayari 



Indian army shayari




अपना घर छोड़कर सरहद को अपना ठिकाना बना लिया
जान हथेली पर रखकर देश की हिफाजत को अपना धर्म बना लिया



चीर के बहा दूं लहू दुश्मन के सीने का ,
यही तो मजा है फौजी होकर जीने का.

आर्मी शायरी हिंदी Attitude


सीमा नहीं बना करतीं हैं काग़ज़ खींची लकीरों से
ये घटती-बढ़ती रहती हैं वीरों की शमशीरों से



जिनमे अकेले चलने के हौसले होते हैं ।
एक दिन उन्ही के पीछे काफिले होते हैं ।।
भारत माता की जय

Indian army shayari


Army Shayari 2 Line


सीमा नहीं बना करतीं हैं काग़ज़ खींची लकीरों से
ये घटती-बढ़ती रहती हैं वीरों की शमशीरों


या तो मै तिरंगा गाड़ कै आऊंगा.
या फेर तिरंगा मै लिपट कै आऊंग

आर्मी शायरी हिंदी Attitude


Army shayari english


मारने के बाद भी जिसके नाम में जान है
ऐसे जांबाज सैनिक हमारे भारत की शान है


कौन कहता है पहली नजर में इश्क नहीं होता,
वतन से किया था आज तक वफा निभा रहा रहा हूं.
जय हिंद!


Army Shayari 2 Line


आर्मी शायरी हिंदी Love


सीमा नहीं बना करतीं हैं काग़ज़ खींची लकीरों से
ये घटती-बढ़ती रहती हैं वीरों की शमशीरों


हम महफूज रहे त्यौहारों में, वे सरहद पर गोली झेलते है
जरा याद उन्हे भी कर लो जो खून से होली खेलते है।    

Army shayari english




पागल फौजी शायरी


जो देश की हिफाजत के लिए सरहद पर आते है
अक्सर इनके इसक के किस्से अधुरी रह जाते है


भारतीय सेना दिवस का हर लम्हा हो कुछ खास
सेना के साहस का, हर भारतीय करे एहसास   


  आर्मी शायरी हिंदी Love



आर्मी शायरी हिंदी Motivational


सरहद पर एक फौजी अपना वादा निभा रहा हैं
वो धरती माँ की मोहब्बत का कर्ज चुका रहा हैं


वतन की मोहब्बत में कूद को तपाये बेठे है 
मरेंगे सिर्फ वतन के वास्ते शर्त मोत से लगाए बैठे है

आर्मी शायरी हिंदी Motivational




फौजी की दर्द भरी शायरी

हमारे यहाँ जवान मरते नहीं है
या तो वो विजय होते है या फिर अमर होते है


वो ज़िन्दगी ए के जिसमे देश भक्ति ना हो.
अर वा मौत ए के जो तिरंगे म ना लिपटी हो


फौजी की दर्द भरी शायरी





सरहद पर एक फौजी अपना वादा निभा रहा हैं,
वो धरती माँ की मोहब्बत का कर्ज चुका रहा हैं.  




सीमा नहीं बना करतीं हैं काग़ज़ खींची लकीरों से
ये घटती-बढ़ती रहती हैं वीरों की शमशीरों से      



वतन की मोहब्बत में, खुद को तपाये बैठे हैं,
मरेंगे वतन के लिए, शर्त मौत से लगाये बैठे हैं.
जय हिंद


सरहद पर एक फौजी अपना वादा निभा रहा हैं,
वो धरती माँ की मोहब्बत का कर्ज चुका रहा हैं



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