Top Best Army Shayari in Hindi | Indian Army Shayari
अपना घर छोड़कर सरहद को अपना ठिकाना बना लिया
जान हथेली पर रखकर देश की हिफाजत को अपना धर्म बना लिया
चीर के बहा दूं लहू दुश्मन के सीने का ,
यही तो मजा है फौजी होकर जीने का.
सीमा नहीं बना करतीं हैं काग़ज़ खींची लकीरों से
ये घटती-बढ़ती रहती हैं वीरों की शमशीरों से
जिनमे अकेले चलने के हौसले होते हैं ।
एक दिन उन्ही के पीछे काफिले होते हैं ।।
भारत माता की जय!
सीमा नहीं बना करतीं हैं काग़ज़ खींची लकीरों से
ये घटती-बढ़ती रहती हैं वीरों की शमशीरों
या तो मै तिरंगा गाड़ कै आऊंगा.
या फेर तिरंगा मै लिपट कै आऊंगा.
मारने के बाद भी जिसके नाम में जान है
ऐसे जांबाज सैनिक हमारे भारत की शान है
कौन कहता है पहली नजर में इश्क नहीं होता,
वतन से किया था आज तक वफा निभा रहा रहा हूं.
जय हिंद!
सीमा नहीं बना करतीं हैं काग़ज़ खींची लकीरों से
ये घटती-बढ़ती रहती हैं वीरों की शमशीरों
हम महफूज रहे त्यौहारों में, वे सरहद पर गोली झेलते है
जरा याद उन्हे भी कर लो जो खून से होली खेलते है।
जो देश की हिफाजत के लिए सरहद पर आते है
अक्सर इनके इसक के किस्से अधुरी रह जाते है
भारतीय सेना दिवस का हर लम्हा हो कुछ खास
सेना के साहस का, हर भारतीय करे एहसास
सरहद पर एक फौजी अपना वादा निभा रहा हैं
वो धरती माँ की मोहब्बत का कर्ज चुका रहा हैं
वतन की मोहब्बत में कूद को तपाये बेठे है
मरेंगे सिर्फ वतन के वास्ते शर्त मोत से लगाए बैठे है
हमारे यहाँ जवान मरते नहीं है
या तो वो विजय होते है या फिर अमर होते है
वो ज़िन्दगी ए के जिसमे देश भक्ति ना हो.
अर वा मौत ए के जो तिरंगे म ना लिपटी हो
सरहद पर एक फौजी अपना वादा निभा रहा हैं,
वो धरती माँ की मोहब्बत का कर्ज चुका रहा हैं.
वतन की मोहब्बत में, खुद को तपाये बैठे हैं,
मरेंगे वतन के लिए, शर्त मौत से लगाये बैठे हैं.
जय हिंद
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