Top New Hindi Shayari [2025] बेस्ट शायरी हिंदी में
Hello Dosto apka swagat hai meri Website me esme main Hindi shayari
Post dalta rahuga agar apko ye post achi lage to comment karke hame
jaroor btaye, es post me apko Shayari
Aur Photo Shayari dekhane ko milti rahegi,
मैं अपने शब्दों की बारात लाऊंगा...!!
तुम अपनी ग़ज़ल को घूंघट में रखना...!!!!
Hindi shayari on life 2023
कितना फासला था हमारे दरमियान,
उन्हें हमारा मिलना ज़रूरी नहीं था,
हमें हमारा बिछड़ना मंज़ूर नहीं था
हम रहेंगे खुश तेरे बिना भी ये लिखने के लिए कलम उठाई,
रुक न पाए आखों में दबे आंसू,और कम्बख़त कलम से पहले चल पड़े
Hindi shayari Life
सूरज से ज़ंग ज़ितने निकले थी बेवकूफ
सारे सिपाही मोम के थे, धूल के आ गए
तेरे बिना जीना सीख तो लिया है अब
पर तुझको भुला पायूँगा, लेकिन कब
Hindi Shayari 2025
कुछ पैसे बचा कर रखे हैं मैंने,
ख्वाब टूटेगा तो शराब पर खर्च करूंगा
कुछ देर की शायरी नहीं,
ज़िन्दगी भर की कहानी हो तुम
Hindi Shayari in 2023
बदनाम तो बहुत हैं हम जमाने में....
ये बता तेरे सुनने में कौन सा किस्सा आया
उदास कर देती है हर रोज ये शाम,
ऐसा लगता है कोई भूल रहा है धीरे धीरे
लंबे अरसे बाद सदमें से बाहर आया हुं
खुदा मेरे दुश्मनों को भी इश्क़ से बचाये
हवा भी छेड़ती है,दस्तक ए दहलीज से
हमें तेरी यादों की क़ैद से फरार होना आता नहीं है
तेवर शायरी इन हिंदी
सुकूने दिल है मुहब्बत उसकी,
ग़र वो नहीं तो दिल का क्या करेंगे!!
पेड़ मुझे हसरत से देखा करते थे,
मैं जंगल में पानी लाया करता था।
हाथ की सब लकीरों ने बदल ली राहें
हो गया हादसा हमारी तक़दीर के साथ..
बेस्ट शायरी हिंदी में
बहुत कुछ लुटा चुका हूँ,जिंदगी में अपनी यारो.......
वो जज्बात तो मेरे ना लूटो,लिखकर जो बयाँ करता हूँ..!
इत्तेफ़ाक़ से मिल जाते हो ,जब तुम राह में कभी.....
युँ लगता है करीब से ज़िन्दगी जा रही हो जैसे..!🥀✍🏿
हया से सर झुका लेना अदा से मुस्कुरा देना,
हसीनों को भी कितना सहल है, बिजली गिरा देना...!!
मैं अपनी मोहब्बत शिद्दत से निभा रहा हूँ ,
आजकल मैं तुझे ख़्वाबों में चाह रहा हूं...!
झूठ ही झूठ है दुनिया में, सच को समझें कैसे,..!
नक़ाबों से भरे बाज़ार में, आईना बेचें कैसे ..!!
तुम्हारे चेहरे से रोशन हो जाती हैं रातें मेरी,
मुझे किसी चांद का इंतजार नहीं होता...!
कुछ पैसे बचा कर रखे हैं मैंने,
ख्वाब टूटेगा तो शराब पर खर्च करूंगा।😒😒
जिन्दगी जीने की ,चाहत तो बनी रहती है।।
सब कलाई की बात है प्यारे,वर्ना चूड़ियाँ उतनी हसीन नहीं होती हैं...
पूछा जो उनसे चाँद निकलता है किस तरह,
ज़ुल्फ़ों को रूख पे डाल के झटका दिया कि यूँ।
इंतजार से थकी इन आंखों में कुछ ख्यालात चाहता हूँ
मेरी शायरी को पढ़ने वाली तुझसे एक मुलाकात चाहता हूँ
गुजर गया वो वक्त, कोई अपना था ,
है तो वो अब भी, मगर अपना नहीं रहा
जो मिला नहीं बस उसी की चाहत रहती है
जो मिल गया फिर उसकी कद्र कहां रहती है..😞
लगा दिया है ताला अपने दिल मे मेरी जान,
अब जो इसके लायक होगा वही खोलेगा.🥀
सूरज से ज़ंग ज़ितने निकले थी बेवकूफ
सारे सिपाही मोम के थे, धूल के आ गए
मुहब्बत में झुकना कोई अजीब बात नहीं
चमकता सूरज भी तो ढल जाता है चाँद के लिए
और वो मेरे दिल का पसंदीदा शख्स है...
उसके ज़िक्र पर तो रूह भी मुस्कुराती है!
सुनो आज थोड़ा प्यार जता दु,,
तुम मेरी हो ये दुनिया को बता दु.🥀
तुम्हारे लिए तुमसे ही लड़ रहे थे,
ना जाने कैसी मोहब्बत कर रहे थे...
तुम दुआ करना,कोई चाहे तुम्हे मेरी तरह
हम दुआ करेंगे,हमे कोई न चाहे तेरी तरह
हमने दुनिया के तमाम शहर देखे हैं, साहब,
पर मेरा शहर,उनकी आँखों में बसता है...
परम भक्त था कृष्ण का इसलिए सायद,
उसे प्रेम तो मिला पर राधा ना मिली!!
दर्द को कोई इतना लिख रहा है एक तुम्हें ही देखने की चाह,,
तन्हा रखती है ख्यालों की भीड़ में भी इतना घमंड किस बात का साहब
तुम्हारी जगह कोई और नही ले सकता.🥀
दुरियां भी क्या क्या करा देती हैं,
एक गलतफहमी खूबसूरत रिश्ते को भी तबाह कर जाती है🥀
नजर फेर के जो आप हमसे दूर बैठे हैं...,
जब भी कुछ लिखता मुझे मेरी बर्बादी याद आती है।
कई बार कसूर किसी का भी नही होता
रही हैं कि उजाला यहीं कहीं आसपास ही है।
अब इस इश्क पर क्या लिखूं ,
हाय क्या शख़्स था जिसने कयामत करदी..
रात भर जागते रहना मेरी आदत करदी..!!
जिम्मेदारियां क्या होती है साहब,
हम मिडिल क्लास वालो से पूछिए.🥀
वो कोई दोस्त था अच्छे दिनों का
जो पिछली रात से याद आ रहा है.🥀
जबसे इम्तिहानों वाली जिंदगी खत्म हुई है
तबसे ही जिंदगी में इम्तिहान शुरू हुए हैं !!
यूं तो सिलसिला ए सुखन में न जाने कौन कौन था,
मीर भी गुज़रे, ग़ालिब भी,लेकिन जॉन जॉन था.!!
कोई याद बन गया, कोई ख्वाब बन गया....
उसे भनक भी नही की उसके दिए ,
तलब अपनी बढ़ाओ पहले फिर हम से प्यार करना,
इश्क जब ना संभले तुमसे तब ही हम से इजहार करना..!
मुझे इसलिए भी लोग कमज़ोर समझते है
मेरे पास ताक़त नहीं किसी का दिल तोड़ने की..,
वफादार और तुम....? ख्याल अच्छा है,
बेवफा और हम.....? इल्जाम भी अच्छा है..!!
बुला के अपने पास सारे गम दुर कर दो,
में तुमसे जुदा न हो पाउ इतना मजबूर कर दो।
मैं कहाँ से लाऊं, बता कहा बिकता है,
वो नसीब जो तुझे उम्र भर के लिए मेरा कर दे..
रात भर करता रहा तेरी तारीफ चंद से,
चांद इतना जला की सुबह तक सूरज हो गया❣️
कभी दिल माने तो करना मुलाकात हमारे साथ..
सस्ती चाय के साथ महँगी यादें पिलाकर भेजेंगे..
चलो माना कि हमें प्यार❤️ का इज़हार करना नहीं आता.. 😔
जज़्बात न समझ सको, इतने नादान तो तुम भी नहीं...
मेरे अपने करने लगे है बगावत आजकल,
गैरों को होने लगी है मोहब्बत मुझसे..
समय हर समय को बदल देता है,
बस समय को थोड़ा समय चाहिए।
samay har samay ko badal deta hai,
bas samay ko thoda samay chaahie.
सारी दुनिया छोड़ के मैंने तुझको अपना बनाया था,
करोगे याद सदियों तक किसी ने दिल लगाया था !
saaree duniya chhod ke mainne tujhako apana banaaya tha, karoge yaad sadiyo tak kisee ne dil lagaaya tha !
कहाँ मिलता है कभी कोई समझने 🍁वाला,
जो भी मिलता🍁 है समझा के चला जाता है।
kahaan milata 🍁hai kabhee koee samajhane vaala, jo bhee🍁 milata hai samajha ke chala jaata hai.
कोई चाँद से मोहब्बत करता है 🍁कोई सूरज से मोहब्बत करता है,
हम उनसे मोहब्बत 🍁करते हैं, जो हमसे मोहब्बत करता है।
koee chaand se mohabbat karata hai,koee sooraj se mohabbat 🍁karata hai, ham unase mohabbat karate hain, jo hamase🍁 mohabbat karata hai.
ख्वाहिश इतनी है कि कुछ ऐसा मेरे नसीब में हो,
वक्त चाहे जैसा भी हो बस तू मेरे करीब हो।
khvaahish itanee hai ki kuchh aisa mere naseeb mein ho, vakt chaahe jaisa bhee ho bas too mere kareeb ho.
बिछड़ने की इतनी जल्दी थी उसे
खुद को आधा छोड़ गया मुझमे
bichhadane kee itanee jaldee thee use
khud ko aadha chhod gaya mujhame
हमें इस जीस्त से उम्मीद क्या थी और क्या निकला,
कहाँ जाना हुआ था तय कहाँ से रास्ता निकला,
खुदा जिनको समझते थे वो शीशा थे न पत्थर थे,
जिसे पत्थर समझते थे वही अपना खुदा निकला।
hamen is jeest se ummeed kya thee aur kya nikala, kahaan jaana hua tha tay kahaan se raasta nikala, khuda jinako samajhate the vo sheesha the na patthar the, jise patthar samajhate the vahee apana khuda nikala.
Ghunghat Shayari
घूँघट शान है घूँघट बोझ नहीं लाज हैं,
घूँघट शोक नहीं घूँघट साज हैं,
ghoonghat shaan hai ghoonghat bojh nahin laaj hain, ghoonghat shok nahin ghoonghat saaj hain,
घूंघट शायरी
कभी कभी शाम ऐसे ढलती है,जैसे घूंघट उतर रहा हो,
तुम्हारे सीने से उठता धुआँ,हमारे दिल से गुज़र रहा हो।
kabhee kabhee shaam aise dhalatee hai, jaise ghoonghat utar raha ho, tumhaare seene se uthata dhuaan, hamaare dil se guzar raha ho.
रुका हुआ है अज़ब धूप-छाँव का मौसम,
गुजर रहा है कोई दिल से बादलों की तरह।
काश वो मुझे सीने से लगाकर, मेरी सारी शिकायत दूर कर दे…
मैं सिर्फ उनका हो जाऊं मुझे वो इतना मजबूर कर दे…..
तन्हाईयाँ कुछ इस तरह से डसने लगी मुझे,
मैं आज अपने पैरों की आहट से डर गया।
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