Ishq Shayari - इश्क़ वो हसीन पल होता है जिसमे आदमी खुद को भुला कर इश्क़ में पागल हो जाता है उसे दिन और रात का पता नहीं नहीं चलता है इश्क़ में आदमी अपना दिल और दिमाग दोनों ही खो देता है हमें कुछ बेहतरीन इश्क़ शायरी लेकर आये है जिसे आप अपने इश्क़ को और भी मज़बूत कर सकते है हमें इसमें Ishq Shayari और Ishq Shayari images डाल रही है जिसे आप शेयर कर सकते है
कलम, इश्क़ के मौसम से, ख़ुशनुमा हो रही है,
तहरीर, सावन दर सावन, अब जवां हो रही है।
इश्क़ लिखने को इश्क़ होना बहुत जरूरी है
जहर का स्वाद बिना पिए कोई कैसे बताएगा
अच्छा लगता है तेरा नाम मेरे नाम के साथ
जैसे कोई खूबसूरत जगह हो हसीन शाम के साथ।
थोड़ी जल्दी आया करो मिलने के लिए,
हमारा दिल नहीं बना तुमसे दूर रहने के लिए।
Ishq par shayari
मिलने को तो दुनिया में कई चेहरे मिले,
पर तुम सी मोहब्बत, हम खुद से भी न कर पाए।
इश्क का दस्तूर ही ऐसा है
जो इस को जन लेता है ये उसकी जान लेता है !
अच्छा सुनो तुम अपना जरा ध्यान रखना
अभी मौसम बीमारी का भी हैं और इश्क का भी!
इश्क़ इक भारी पत्थर है
कब ये तुझ ना तवाँ से उठता है!
Ishq shayari in hindi
मैकदे बंद करे चाहे लाख जमाने वाले .!
शहर में कम नहीं आँखों से पिलाने वाले ..!!
इक बात कहूँ इश्क़ बुरा तो नहीं मानोगे,
बड़ी मौज के थे दिन, तुमसे पहचान से पहले।
इश्क़ लिखने को इश्क़ होना बहुत जरूरी है
जहर का स्वाद बिना पिए कोई कैसे बताएगा
हर वक़्त फ़िराक में रहता है,
ये मेरा इश्क़ तुमसे मिलने को कहता है।
Two line ishq shayari
मोहब्बत की हद न देखना जनाब,
साँसे खत्म हो सकती हैं पर मोहब्बत नही।
बाक़ी सब जाने दो, बताना ज़रा, एक ऐब मेरा,
सिवा इसके, कि तुमसे इश्क़ है, बे-खौफ है।
इश्क़ में भी कोई अंजाम हुआ करता है
इश्क़ में याद है आग़ाज़ ही आग़ाज़ मुझे!
फ़रिश्ते ही होंगे जिनका हुआ इश्क मुकम्मल,
इंसानों को तो हमने सिर्फ बर्बाद होते देखा है…
Ishq shayari for gf
दिल की धड़कन बनकर दिल में रहोगे तुम,
जब तक सांस है मेरे साथ रहोगे तुम।
इश्क़ पर ज़ोर नहीं है ये वो आतिश ‘ग़ालिब’
कि लगाए न लगे और बुझाए न बुझे।
हिज्र बना आज़ार सफ़र कैसे कटता
इश्क़ के रोग हज़ार सफ़र कैसे कटता।
हमसफर ऐसा होना चाहिए जनाब जो
वक्त के साथ ओर भी समझदार हो जाए..!!
थोड़े गुस्से वाले थोड़े नादान हो तुम,
पर जैसे भी हो मेरी जान हो तुम।
बादशाह थे हम अपनी मिजाज ए मस्ती के
इश्क़ ने तेरे दीदार का फ़क़ीर बना दिया!
इश्क ने हमसे कुछ ऐसी साजिशें रची हैं,
मुझमें मैं नहीं हूँ अब बस तू ही तू बसी है।
पहरे मज़हब के हो या नकाब के
तेरे इश्क़ पे बंदिशें लगाये हैं।
तन्हा, हवाओं से ली है दुश्मनी,
तेरी मोहब्बत के चिराग जलाये हैं ।
तुम्हारे मिलने के बाद नाराज़ है रब्ब मुझसे,
क्योंकि मैं उनसे अब और कुछ मांगता ही नहीं।
शायरी उसी के लबों पर सजती है साहिब
जिसकी आँखों में इश्क़ रोता हो
कैसे मैं इश्क़ की तौहीन गवारा कर लूँ,
जब बात यहाँ तक आ गयी है तो कैसे किनारा कर लूँ ।
इश्क न हुआ कोहरा हो जैसे
तुम्हारे सिवा कुछ दिखता ही नही..!!
इश्क ने हमसे कुछ ऐसी साजिशें रची हैं,
मुझमें मैं नहीं हूँ अब बस तू ही तू बसी है।
खुशबू से है वो जब आसपास भी नहीं होते
फिर भी महसूस होते है।
इश्क का तो पता नही
पर तुम्हे देखते रहना दिल को सुकून देता है
इसीलिए हर पल मेरे ख्वाबों खयालों में रहता है..!!
थोड़े गुस्से वाले थोड़े नादान हो तुम,
मगर जैसे भी हो मेरी जान हो तुम।
आज कुछ लिखने की फ़िराक में हूँ,
आज सुबह ही मुझे इश्क़ हुआ है।
लफ़्ज़ों से तुम मेरी तारीफ कर लो..
इश्क हम तेरी आंखो में ढूँढ लेंगे
चाहे कितनी भी तकलीफ दे इश्क़
पर सुकून भी इश्क़ से ही मिलता है।
किसी को गुलाब देना इश्क़ नहीं
उसे गुलाब की तरह रखना इश्क़ है।
खोया हुआ है आजकल सितारों की महफिल में
मेरा चांद मुझसे बेइंतहा इश्क कर बैठा है..!!
सामने होते हो तो कुछ कह नही पाते,
पर यह सच है बिन तेरे हम रह नही पाते।
दिल एक है तो कई बार क्यों लगाई जाये
बस एक इश्क़ बहुत है अगर निभाया जाये.
इश्क ने हमसे कुछ ऐसी साजिशें रची हैं,
मुझमें मैं नहीं हूँ अब बस तू ही तू बसी है।
इश्क़ में इसलिए धोखा खाने लगे हैं लोग
दिल की जगह जिस्म को चाहने लगे हैं लोग
शायरी उसी के लबों पर सजती है साहेब,
जिसकी आँखों में इश्क रोता हो।
सोचने बैठे थे सुबह, देखते ही देखते शाम हो गयी,
इश्क़ की राहें तो ऐ दोस्त यूँ ही बदनाम हो गयीं.
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