लोग मेरी शायरी की तारीफ कर रहे है
लगता है दर्द अच्छा लिखने लगा हूं मैं..!
Tareef Shayari
khubsurti ki tareef shayari 2 line
तुम ज़रा सा कम खूबसूरत होते
तो भी बहुत खूबसूरत होते !
कुछ आपका अंदाज़ है.. कुछ मौसम भी रंगीन है.!
तारीफ करूँ या चुप रहूँ.. जुर्म दोनों ही संगीन है..!
खूबसूरत हो इसलिए मोहब्ब्त नहीं है,
मोहब्बत है इसलिए खूबसूरत लगती हो.
दिल का क्या है तेरी यादों के सहारा जी लेंगे
हेयरां तो आंखें है तारापति है तेरे दीदार को
Tareef Shayari on eyes
गुजरती है जब वो करीब से तो नक़ाब चेहरे से हटा देती है
जाने क्यूं वो रोज मेरे दिल की धड़कन बढ़ा देती है
सोचता हूँ हर कागज पे तेरी खूबसूरती की तारीफ करु,
फिर ख्याल आया कहीं पढ़ने वाला भी तेरा दीवाना ना हो जाए।
हुस्न वालो को क्या ज़रूरत है सवरने की,
वो तो सादगी में भी क़यामत की अदा लगते है !!
खूबसूरती में उनकी कोई कमी तो होती,
खुदा कसम वो फिर और ज्यादा खूबसूरत होती।
tareef shayari for beautiful girl
अल्फाज खुशी दे रहे थे मुझे और
वो मेरे इश्क की तारीफ कर रही थी..!
तेरी जिन्दगी भी जानेमन कितनी बेमिसाल है,
सारी दुनिया है मरती, तेरे हुस्न का कमाल है.
जब यह चांद अधूरा आता है,
मुझे बस एक ही ज़िक्र याद आता है,
कि यह चांद इस चांद से कितना शर्माता है।
तू बेमिसाल है तेरी क्या मिसाल दूं,
आसमां से आई है, यही कह के टाल दूं.
tareef shayari in hindi
ये आइना क्या देंगे तुझे तेरी खुबसूरती की खबर
मेरी आंखों से पूछ तू कितनी खूबसूरत है
निगाह उठे तो सुबह हो, झुके तो शाम हो जाएँ,
एक बार मुस्कुरा भर दो तो कत्ले-आम हो जाएँ.
नींद से क्या शिकवा करूं मैं जो रात भर आती नहीं,
कसूर तो उस चेहरे का है, जो रात भर सोने देता नहीं।
अब क्या लिखूं तेरी तारीफ में मेरे हमदम,
अलफाज कम पड़ जाते है तेरी मासूमियत देखकर.
tareef shayari for beautiful girl in hindi
देख कर तेरी आँखो को मदहोश मे हो जाता हूँ
तेरी तारीफ किये बिना मै रह नहीं पाता हूँ !
मैं तुम्हारी सादगी की क्या मिसाल दूँ,
इस सारे जहां में बे-मिसाल हो तुम.
रात भर करता रहा तेरी तारीफ चाँद से,
चाँद इतना जला कि सुबह तक सूरज हो गया.
क्या लिखूं तेरी तारीफ-ए-सूरत में यार,
अलफ़ाज़ कम पड़ रहे हैं तेरी मासूमियत देखकर
Tareef Shayari for girl
एक उम्र है जो तेरे बगैर गुजारनी है और
एक लम्हा है जो तेरे बगैर गुज़रता नही !
मुझे देखकर शर्म से नजरें चुरा लेती है वो,
उसे बेवफा न समझ लूं इसलिए,
चेहरे से जुल्फों को हटा जरा सा मुस्कुरा देती है वो।
कुछ आपका अंदाज़ है, कुछ मौसम भी रंगीन है,
तारीफ करूँ या चुप रहूँ, जुर्म दोनो ही संगीन है।
खूबसूरती की इंतहा बेपनाह देखी...
जब मैंने मुस्कराती हुई माँ देखी..
सुन्दर हो न हो,सादगी होनी चाहिए,
खुशबू हो न हो, महक होनी चाहिए,
रिश्ता हो न हो, बंदगी होनी चाहिए,
मुलाकात हो न हो, बाते होनी चाहिए।
तुझे सीने से लगने की चाहत है तेरी बाहों में लिपट जाने की चाहत है
खुबसूरती का इम्तेहान है तू तुझे ज़िन्दगी में बसाने की चाहत है
रोज इक ताजा शेर कहाँ तक लिखूं तेरे लिए,
तुझमें तो रोज ही एक नई बात हुआ करती है.
खूबसूरत क्या कहा दिया उनको
हमको छोड़ कर वो शीशे की हो गयी
तराश नहीं था तो पत्थर जैसी थी
तराश दिया तो खुदा हो गयी.
जब करते है तारीफ उनकी तो चाँद
सितारे अपनी आँखे मलने लगते है
जब चा जाते है नज़रो की गेहराइओ में
उनकी तो कुछ अपने जलने लगते है।
मिल जाएँगे हमारी भी तारीफ़" करने वाले.
कोई हमारी मौत की "अफ़वाह" तो फैलाओ यारों
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