Aukat Shayari - दोस्तों आज के टाइम में लोग औकात की बात करते है जिसके कोई भी औकात ना हो वो भी औकात की बात करता है ये दुनिया भी लोगो के औकात देख कर ही उसको सलाम करती है ऐसे में दोस्तों औकात बनान बहुत जरूरी है बिना औकात के ये दुनिया आपको लत मरती रहेगी अगर आप ऐसे भी जूनून रहते है हम आपके लिए लेकर है शानदार औकात शायरी जो आपको जूनून देगा, अगर शायरी अच्छी लगे तो आप हमें कमेन्ट्स करके जरूर बातये
मेरे औकात से बड़े मेरे सपने है और
मेरे ही खिलाफ खड़े आज मेरे अपने है
औकात का तो वक़्त आने पर पता चलता है
रात को चाहे गीदड़ कितना भी चीलाएँ
हर सुबह दबदबा शेर का होता है..
Attitude तो बच्चे दिखाते है
हम तो लोगो को उनकी
औकात दिखाते है
Aukat Shayari
जिसे निभा ना सकूँ ऐसा नहीं करता
बाते अपनी औकात से ज्यादा नहीं करता
लोग बातों ही बातों में हालात पूछ लेते हैं,
कितना कमा लेते हो कहकर,औकात पूछ लेते हैं।
औकात दिखा देती है एक दिन मोहब्बत भी
इसलिए खुद से ज्यादा चाहत किसी की मत रखना
बात औकात की नही सोच की होती है
खुद को पहचानो यही असली ताकत होती है
Aukat Shayari in Hindi
जब इंसान खुद को खुदा समझने लग जाता है
तो खुदा उसे खुद ही उसकी औकात दिखा देता है
अच्छे से वाकिफ हूँ मैं तेरी औकात का
पूरी ज़िन्दगी मैंने तुझ जैसों के साथ गुज़ारी है..
हमसे औकात की बात करने वाले सुन ले
खोटे सिक्के हीरे की कीमत नही लगा सकते है
अपनी औकात में रहना सीख ले बेटा वरना,
हमारी आँखों में जलन पैदा करने वाले लोग कब्रिस्तान में मिलते हैं
Aukat Shayari Hindi
सुन छोरे तू मेरे साथ नही तो कोई बात नही हैं,
मैं तेरे इश्क में रोऊ इतनी तो तेरी औकात नही हैं
किसी के बुरे वक़्त में हसने की गलती मत करना
ये वक़्त है साहिब, चेहरे और औकात याद रखता है..
कुछ लोग अपनी औक़ात दिखा देते हैं
गिराने की फ़िराक़ में बस इल्जाम लगा देते हैं
छोटे लोग है और ख्वाहिशे बड़ी
है औकात दो कौड़ी की है औ
सिफारिशे बड़ी है
Aukat Shayari in Urdu
मालूम है मुझे मेरी औक़ात, हर बार क्यों दिखाते हो,
छोड़ना है तो छोड़ ही जाओ न, यूँ हर बार क्यों सताते हो।
बेवजह ही नहीं होती आंखों से बरसात,
दौलत ने पूछी होगी दिलवालों की औकात।
झुंड में भोकते कुत्तो की औकात ही कितनी होती है
शोहरत की महफिल में कद्र सिर्फ खुद्दारो की होती है
कोशिश तो सभी करते हैं लेकिन राज किसी का नहीं होता
एटीट्यूड तो सभी के पास है लेकिन हमारे जैसा अंदाज नहीं होता
Aukat Shayari 2 Line
औकात की बात मत कर ऐ दोस्त,
लोग तेरी बन्दूक से ज्यादा मेरे आँखों से डरते है
बनाने वाले ने एक समान जिस्म बनाया,
फिर ये ‘औकात’ इंसान का कहाँ से आया.
अक्सर वही लोग उठाते हैं हम पर उँगलियाँ,
जिनकी हमे छुने की औकात नहीं होती
कितनी भी शिद्दत से निभा लो रिश्ते
लोग औकात दिखा ही जाते है
औकात देखकर जरूरते भी सिमट जाती है,
जेब में पैसा न हो तो भूख भी मिट जाती है.
औकात तो उनकी मुंह लगाने की भी
ना थी हम तो उनसे दिल लगा बैठे थे !
अपनी औकात भूल जाए इतने अमीर भी नहीं है हम
और तुम हमें हमारी औकात बताओ इतने फ़क़ीर भी नहीं है हम
बादशाह हो या मालिक सलामी हम
नहीं करते पैसे हो या मलका गुलामी हम नहीं करते
सुधरी है तो बस मेरी आदते वरना मेरे शौक
वो तो आज भी तेरी औकात से ऊँचे हैं
इश्क करो वफा करो अगर फिर
भी वह औकात दिखाएं तो दफा करो !
मैं क्यूँ कुछ सोच कर दिल छोटा करूँ,
वो उतनी ही कर सकी वफ़ा जितनी उसकी औकात थी
मेरे औकात से बड़े मेरे सपने है और
मेरे ही खिलाफ खड़े आज मेरे अपने है
औकात तो उनकी मुंह
लगाने की भी ना थी
हम तो उनसे दिल लगा बैठे थे
औकात दिखा देती है एक दिन मोहब्बत भी,
इसलिए खुद से ज्यादा चाहत किसी की मत रखना।
मेरी दौलत को जो मेरी औकात समझता है,
शायद वो दोस्त मुझको नहीं समझता है
बड़े भाई शेर को जगाना और हमें सुलाना सभी की
बस की बात नहींहम वहां खड़े होते हैं जहां मेंढक बड़े होते हैं
तेरी अकड़ मै कुछ इस तरह से तोडूंगा,
यकीन मान कही का नहीं छोड़ूगा..!!
इश्क़ में अमीरी-ग़रीबी देखी नहीं जाती है,
क्योंकि औकात से मोहब्बत की नहीं जाती है.
दिलों से नफ़रत मिटाये जा रहा हूँ,
इश्क़ की औकात दिखाए जा रहा हूँ
औकात मेरी हमेशा तेरे पैरो तक ही रही
कोशिशे की मगर दिल तक न पहुंचे हम
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