सिगरेट की तरह हो गयी है जिंदगी
हर दिन जल रही हैं बुझने के लिए
छोड़ कैसे उसे दूँ बताओ मुझे
एक सिगरेट तो अब तक न छोड़ी गई।।
एक लत सी लगी थी मुझे तेरी
अब सिगरेट फूंक के ही काम चला रहा हूँ.
ये होठ तेरे होठों के लायक नहीं है
अब इन होंठो ने धुएं को चूमना सीख लिया है
ज़िन्दगी सिगरेट की तरह होती है,
Enjoy करो वरना, सुलग तो रही ही है,
खत्म तो वैसे भी हो जायेगी ।
फिक्र भूल जाने को पीता हूँ तलब मिटाने को पीता हूँ
तू मेरी खातिर दम तोड़ती और मैं तेरे दम से जीता हूँ।
एक सिगरेट सी मिली तू मुझे
ए आशिकी कश एक पल का लगाया था
लत उम्र भर की लग गयी
मेरे एक बुलाबे पर चली आती है।
खुद भी जलती है मुझे भी जलाती है.
पीता हैं कोई शौक से तो कोई दर्द से
तू ही नही बचेगा तो क्या गिला करेगा रब से
सिगरेट जलाई थी तेरी याद बहलाने को
मगर कमबख्त धुए ने तेरी तस्वीर बना दी।
सिगरेट पीना शौक है मेरी आदत नही
ये जज़्बात जगाती है तभी तो पिता हूँ
ख़तरे में तुम्हारी रोज़ की इबादत पड़ जाएगी
मुझसे बात करोगे तो मेरी आदत पड़ जाएगी
अगर किसी की औकात से ज्यादा इज्जत करलो
तो वो खुद को तुम्हारा बाप समझने लगता है
क्या फर्क पड़ता है विल्स हो या गोल्ड फ्लैक
जलने के बाद सिर्फ राख रह जातीं है .
माना कि नुकसानदेह है ये सिगरेट
लेकिन तेरे फरेब से ज़्यादा तो नहीं
उन्होंने कहा सिगरेट पीते हो बाद में तकलीफ होगी.
मैंने कहा वो इश्कू ही क्या जो बाद में तकलीफ न दे.
सिगरेट जलाई थी तेरी याद बहलाने को
मगर कमबख्त धुए ने तेरी तस्वीर बना दी
अपनी बदमाशी का आलम कुछ ऐसा है
दुश्मन तो दुश्मन साला जमाना भी हमसे खफा है।
सिगरेट का धुआं तुझे राख कर रहा है
छोड़ इसे क्यों जिंदगी खाक कर रहा है
लोग कहते हे सिगरेट पीने से कलेजा जलता हे…
और हम कहते हे सिगरेट तभी पी जाती हे जब कलेजा जलता हे।
सिगरेट की तरह हो तूम मेरे जिन्दंगी मै
जब जलाया तो आफत बन गयी और
बूझाया तो आदत बन गयी
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